देहरादून, 28 मई (एएनआई): Trikal Whiskey Controversy उत्तराखंड में ‘त्रिकाल’ नामक व्हिस्की ब्रांड को न तो बिक्री की अनुमति मिली है और न ही इसका राज्य में पंजीकरण किया गया है। यह जानकारी राज्य के आबकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने दी। राज्य के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि त्रिकाल ब्रांड के लिए विभाग से किसी प्रकार की स्वीकृति नहीं दी गई है। साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया कि इस ब्रांड का पंजीकरण उत्तराखंड में नहीं हुआ है, इसलिए इसकी बिक्री गैरकानूनी मानी जाएगी। Trikal Whiskey Controversy
अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में जांच की जा रही है कि क्या बिना अनुमति के इस ब्रांड को किसी भी प्रकार से बाजार में लाया गया है। यदि ऐसा पाया गया, तो संबंधित व्यक्तियों या कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि हाल ही में सोशल मीडिया पर इस ब्रांड को लेकर चर्चाएं बढ़ी थीं, जिसके बाद विभाग ने स्थिति स्पष्ट करने के लिए यह बयान जारी किया है। Trikal Whiskey
राज्य सरकार ने सभी ज़िला अधिकारियों और आबकारी निरीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे इस ब्रांड की बिक्री पर नजर रखें और नियमों के उल्लंघन की स्थिति में तुरंत कार्रवाई करें।
क्याें खास है त्रिकाल विहस्की
त्रिकाल व्हिस्की रैडिको खेतान द्वारा लॉन्च की गई एक प्रीमियम इंडियन सिंगल मॉल्ट व्हिस्की है, जिसे कंपनी की 80 साल पुरानी रामपुर डिस्टिलरी में तैयार किया गया है। ‘त्रिकाल’ नाम संस्कृत से लिया गया है, जिसका अर्थ है समय के तीन आयाम – भूत, वर्तमान और भविष्य। इस व्हिस्की की खासियत है इसका स्वाद प्रोफ़ाइल, जिसमें गर्म मसाले, वेनिला, स्टोन फ्रूट्स, टोस्टेड ओक और हल्की पीटी स्मोक का मेल है। इसकी कीमत ₹3,500 से ₹4,500 के बीच है और यह फिलहाल उत्तर प्रदेश, हरियाणा और महाराष्ट्र में उपलब्ध है। कंपनी का लक्ष्य इसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी उतारने का है, जिससे भारतीय सिंगल मॉल्ट को वैश्विक पहचान मिल सके।