Dehradun: 19th century में malaria को एक mysterious और fatal disease माना जाता था, जो हर साल हजारों लोगों की जान ले लेता था। खासकर उत्तराखंड के पहाड़ों से tarai और bhabhar के plains में जाने वाले लोगों के लिए यह बीमारी death sentence के समान थी। उस समय माना जाता था कि malaria का कारण polluted plains की हवा है, लेकिन इसका scientific कारण अज्ञात था।
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Sir Ronald Ross: The Scientist Who Solved the Mystery
इस घातक बीमारी का कारण पता करने वाले वैज्ञानिक थे Sir Ronald Ross, जिनका जन्म उत्तराखंड के Almora में 13 May 1857 को हुआ। उन्होंने सिद्ध किया कि malaria एक mosquito-borne disease है, और इस breakthrough के लिए उन्हें Nobel Prize in Medicine 1902 से सम्मानित किया गया। वे न केवल पहले ब्रिटिश नागरिक थे जिन्हें यह सम्मान मिला, बल्कि Europe के बाहर जन्मे पहले Nobel laureate भी थे।
A Glimpse Into Ronald Ross’s Life
Sir Ronald Ross का जन्म Almora के Thomson House में हुआ, जो आज भी एक historic site है। वे General Sir Campbell Grant Ross और Matilda Charlotte Elderton के सबसे बड़े बेटे थे। उन्हें 8 वर्ष की आयु में education के लिए England भेजा गया। बचपन में वे poetry, painting, और mathematics में अत्यंत प्रतिभाशाली थे। हालांकि उनका सपना writer बनने का था, लेकिन उनके पिता ने उन्हें medicine की field में भेजा। 22 साल की उम्र में उन्होंने doctor की डिग्री प्राप्त की और 1881 में Indian Medical Service से जुड़ गए।
The Breakthrough Discovery of Malaria Transmission
1888-89 में, bacteriology का course करने के बाद, Ross ने malaria पर research करना शुरू किया। 21 August 1897 को उन्होंने scientifically prove किया कि malaria मच्छरों के bite से फैलता है। उनकी इस discovery ने medical science को revolutionize कर दिया।
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A Connection Between Almora and ‘Prabuddha Bharat’
Sir Ronald Ross का birthplace, Thomson House, केवल उनकी legacy के लिए ही नहीं, बल्कि Indian history के लिए भी महत्वपूर्ण है। 1898 में, Swami Vivekananda द्वारा शुरू की गई पत्रिका ‘Prabuddha Bharat’ का office Almora के इसी historic घर में स्थानांतरित किया गया था।
The Multifaceted Genius of Ronald Ross
Sir Ross सिर्फ एक scientist नहीं थे; वे poet, novelist, musician, और artist भी थे। malaria की discovery के अगले दिन, उन्होंने अपनी wife को एक कविता भेजी, जो उनकी creative genius को दर्शाती है।
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A Global Legacy in Medical Science
Ross की malaria discovery न केवल medicine में एक milestone है, बल्कि इसने countless lives बचाई। उनकी यह achievement आज भी medical breakthroughs की मिसाल मानी जाती है।
Almora’s Place in History
आज, Almora न केवल अपनी natural beauty के लिए जाना जाता है, बल्कि यह town medical history में भी एक अमर स्थान रखता है। Thomson House और Sir Ronald Ross की legacy इसे globally significant बनाती है।
यह कहानी न केवल उत्तराखंड की पहचान है, बल्कि विश्व चिकित्सा जगत में इसकी contribution को भी उजागर करती है। Malaria पर विजय की जब भी बात होती है, Sir Ronald Ross का नाम और Almora की ऐतिहासिक विरासत गर्व से याद की जाती है।